खास मुलाकात
स्टार भारत के नए शो ‘आयुष्मान
भवः’ का प्रारुप
कथानक व अभिनय सभी कुछ दर्शकों को प्रभावित कर रहा है। अनुभवी व प्रसिद्ध कलाकार सुधा
चन्द्रन ने इस शो में एक अलग ही अंदाज का किरदार निभाया है। इस किरदार व शो को लेकर उनसे एक खास बातचीत-
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सुधा चंद्रन 'आयुष्मान भव:' में |
सवाल-इस शो में आपका
किरदार कैसा है?
सुधा-इस शो में माई का किरदार
बहुत सशक्त है। पुत्र मनीष गोयल की वजह से माई की पहचान है परन्तु माई एक रौबदार प्रभावी
व अलग ही मिज़ाज की महिला है जो परिवार में अनुशासन की कायल है। वह तांत्रिक और काला
जादू में विश्वास करती है परन्तु अपनी पोती से बहुत प्यार करती है और उसके लिए उनका
व्यवहार एकदम अलग है। इसलिए शो में उसके व्यक्तित्व के दो रूप सामने आते हैं। एकदम
अलग अंदाज का यह किरदार निश्चित ही दर्शकों को पसंद आएगा।
सवाल-आपने यह रोल क्यों
स्वीकार किया?
सुधा-मैंने यह रोल इसलिए स्वीकार
किया क्योंकि यह एकदम अलग है। ऐसा रोल मैंने पहले कभी नहीं किया। मैंने अपने अभिनय
में हमेशा बॉडी लेंग्वेज, हाव-भाव व हथेलियों का उपयोग किया है परन्तु इस रोल में इनका
उपयोग नहीं किया गया है। इस किरदार को प्रभावी बनाने के लिए बॉडी लेंग्वेज, पहनावा व लुक को अधिक महत्व
न देकर सिर्फ आंखों पर फोकस किया गया है। इसमें आंखों का इतना प्रभावी उपयोग किया गया
है कि सामने वाला देखकर ही डर जाए और कोई सवाल न पूछे। यह माई के केरेक्टर का विशेष
जादुई प्रभाव है।
सवाल-आयुष्मान भवः की
टीम के साथ कैसा लग रहा है?
सुधा-पूरी टीम अनुभवी है और
इनके साथ काम करना मेरे लिए एक अच्छा अनुभव है। शो की प्रोड्युसर अनुराधा बहुत मेहनत
कर रही हैं व हमेशा सेट पर रहती हैं। सबसे सवाल करती है, जानकारी लेती है, और कोई भी कठिनाई हो तो उसे
दूर करती है, और हर मुश्किल का समाधान भी निकाल लेती हैं। इस शो की शूटिंग्स में मेरा अभिनय
थोड़ा लाउड था, तो अनुराधा ने सुझाव दिया कि इस रोल को हमें एक अलग डायमेंशन में प्रस्तुत करता
है, इसलिए यह
मेरे लिए एक बहुत ही अच्छा अनुभव था। कैमरामेन व सभी लोग बहुत अच्छे हैं। मनीष व पूरी
टीम बहुत अच्छी है, पूनम के साथ मैंने पहले भी काम किया है। मुझे इस शो की पूरी टीम के साथ काम करने
में बहुत मजा आ रहा है।
सवाल-इस किरदार में आपके
लुक में क्या खास है?
सुधा-मेरा लुक इस रोल में बहुत
ही रोचक है। हमेशा लाल व काले रंग की कॉम्बीनेशन वाली साड़ी पहनी है। फ्रंट पल्लू की
साड़ी को अलग अंदाज में लम्बे पल्लू के साथ पहना है। इसमें मैंने ऑक्सीडाइज सिल्वर ज्वैलरी
पहनी है जो मुझे बहुत पसंद है और अभी तक किसी रोल में नहीं पहनी है। गले में तीन लेयर
की माला के बीच में कौड़ी का उपयोग किया गया है।
रुद्राक्ष का उपयोग नहीं किया गया क्योंकि इसे पवित्र
माना जाता है और माई का करेक्टर एक बुरी महिला का है जो तंत्रमंत्र व काले जादू को
मानती है। नाक का लोंग भी बड़़ा व बहुत सुन्दर है जो मुझे भी पसंद है। कान के सिरे पर
पहने गए छोटे टॉप्स पूरे लुक को अलग ही बना देते हैं। कुल मिलाकर किरदार को पूरी तरह
जीवंत करने का प्रयास किया गया है।
सवाल-सुमित के साथ काम
करने में कैसा लग रहा है?
सुधा-सुमित से मेरी कभी ज्यादा
बातचीत नहीं हुई परन्तु सेट पर उसके साथ काम करना अच्छा लग रहा है। वह बहुत अच्छा काम
कर रहा है। कैरेक्टर की समझ पर पूरे सर्मपण से गंभीरता के साथ काम कर रहा है। सेट पर
भी उसका व्यवहार बहुत अच्छा है। मुझे उससे बहुत अपेक्षाएं हैं। मेरी शुभकामनाएं हैं
कि वह आने वाले कई वर्षों तक अच्छा काम करे।
सवाल-मनीष गोयल के साथ
कैमेस्ट्री कैसी है?
सुधा-मैंने मनीष गोयल के साथ
इसके पहले कभी काम नहीं किया परन्तु आयुष्मान भवः के सेट पर साथ काम करते हैं। मैंने
उनसे कहा कि मैं आपको अच्छे से जानती हूं तो उन्हें बहुत आश्चर्य हुआ। मनीष की पत्नी
पूनम नरेला के साथ मैंने पहले काम किया है और वह हमेशा मनीष की बातें करती रहती है
इसीलिए में इतना जानती हूं। वह एक अच्छा एक्टर है। हमने जब पहला सीन किया तो हमारी
इंटेंसिटी, प्रोफेशनलिज्म व कमिटमेंट एक जैसे थी और ऐसा हो तो द्रश्य प्रभावी बनता है।
काला जादू चलाने वाली 'माई' |
सवाल-इस शो के कॉन्सेप्ट
के बारे में आपके क्या विचार है?
सुधा-शो का कॉन्सेप्ट स्टोरी
सब चैनल का निर्णय होता है। चैनल की सोच होती है कि उसे कौन से व कैसे शो दिखाना है।
मेरे लिए तो यह रोल बहुत अच्छा है। मेरे लिए यह शो इसलिए भी अच्छा है कि मुझे सविता
प्रभु व मनीष के साथ काम करने का मौका मिला। मैं सविता प्रभु की फेन हूं और उनकी बहुत
इज्जत करती हूं। उनके काम की में प्रशंसक हूं और उनके साथ काम करना मेरे लिए गौरव की
बात है। में बहुत खुश हूं।
सवाल-इस शो के लिए आपने
क्या तैयारी की है?
सुधा-मैं हमेशा अपना सौ
फीसदी देने का पूरा प्रयास करती हूं और चैनल वाले व प्रोडक्शन हाउस की किरदार के लिए
जो कल्पना है उसे पूरा करने का प्रयास करती हूं। एक तकियाकलाम शब्द है-माला गले बला
टले-उसका उपयोग किया है। ऋचा व दीपक इस शो को बहुत मेहनत से हेन्डल किया है और इस शो
में जादू जगाया है।
सवाल- इस शो से आपकी
क्या अपेक्षा है?
सुधा-हमारी पूरी टीम शो के लिए
दिन रात काम करती है मेहनत करती है तो अपेक्षा रहती है कि आप इस शो को देखें। हम प्रोफेश्नलिज्म
से पूरा प्रयास करके मेहनत करते हैं तो यह अपेक्षा जरूर रहती है कि शो सफल हो।
हमारी शुभकामनाएं और धन्यवाद।
प्रस्तुति –शाश्वती
संपर्क – pictureplus2016@gmail.com
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