फिल्म समीक्षा
हैप्पी फिर भाग जाएगी
निर्देशक - मुदस्सर अजीज
कलाकार - सोनाक्षी सिन्हा, जिमी शेरगिल, डायना पेंटी, अली फजल, पीयूष मिश्रा, जस्सी
गिल, अपारशक्ति खुराना, जेसन थाम आदि
*रवींद्र त्रिपाठी
गोकि इस फिल्म की कहानी में कई तरह के झोल हैं
और ये बताती है कि चीनी बेवकूफ होते हैं (जो गलत धारणा है) फिर भी ये दर्शकों को
शुरू से आखिर तक हंसाने में कामयाब रहती है। हालांकि बीच में ये कुछ ढीली जरूर हो
जाती है पर अंत में हंसी का डोज भरपूर है।
और हां, जिमी शेरगिल को फिर से दुल्हन नहीं मिलती है। `हैप्पी भाग जाएगी’ फिल्म में तो वे घोड़ी पर सवार थे कि लड़की
यानी हैप्पी भाग गई थी। उसी श्रृंखला की इस नई कड़ी में इस बार भी उनको सिल्वर
मेडल ही मिलता है और हैप्पी जस्सी गिल की हो जाती है।
फिल्म की कहानी
अब तो साफ हो गया होगा कि इस फिल्म में दो दो
हैप्पी हैं। `हैप्पी भाग जाएगी’ फिल्म में हैप्पी बनी डायना पेंटी का किरदार इस
बार बहुत छोटा है। बड़ा किरदार है हैप्पी यानी हरप्रीत कौर बनी सोनाक्षी सिन्हा का।
सोनाक्षी सिन्हा वाली हैप्पी चीन पहुंचती है अपने मंगेतर (अपारशक्ति खुराना) को
खोजने। उधर डायना पेंटी वाली हैप्पी भी अपने पति (अली फजल) के साथ एक संगीत के
कार्यक्रम में भाग लेने चीन पहुंचती है। गलतफहमी की वजह से सोनाक्षी सिन्हा वाली
हैप्पी का अपहरण कर लिया जाता है जबकि खोज हो रही है डायना पेंटी वाली हैप्पी का।
इस उलझन को सुलझाने के लिए फिल्म लगभग सवा दो घंटे लेती है। हां, इस बीच ये भी हो
जाता है कि सोनाक्षी सिन्हा वाली हैप्पी खुशवंत सिंह (जस्सी गिल) की हो जाती है और
दमन सिंह बग्गा (जिमी शेरगिल) किसी और लड़की को दुल्हन के रूप के पाने की जुगत में लग जाता है। यानी `हैप्पी भाग जाएगी श्रृंखला’ की अगली फिल्म बनने का माहौल बना दिया गया है।
अभिनय और निर्देशन
फिल्म तीन कलाकारों पर टिकी है- सोनाक्षी
सिन्हा, जिमी शेरगिल और पीयूष मिश्रा। शेरगिल और पीयूष ने फिल्म की कॉमेडी का पहलू
संभाले रखा है। पीय़ूष इसमें रिटायर पुलिस अधिकारी वाली भूमिका में है। हास्य को
एक्स्ट्रा डोज अपने छोटी सी भूमिका में अपारशक्ति खुराना ने भी दिया है। फिल्म में
समलैंगिगता का वाकया भी है और अपारशक्ति खुराना ने उसी को निभाया है।`हैप्पी फिर भाग जाएगी’ की कमजोर कड़ी इसका खलनायक वाला पक्ष है। अदनान
चाओ (डेंजेन स्मिथ) एक शेफ है और चीनियो को बिरयानी बनाना सिखाता है। वही हैप्पी
का अपहरण कराता है। पर हजारों करोड़ के किस नुकसान की बात करता है ये पूरी तरह समझ
में नहीं आता। इस चरित्र पर निर्देशक को और काम करना चाहिये था।
*लेखक प्रख्यात कला मर्मज्ञ और फिल्म समीक्षक
हैं।
दिल्ली में निवास। संपर्क- 9873196343
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